महाराष्ट्र में सोमवार को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मतभेद की खबरें सामने आई हैं। दरअसल, शिवसेना के विधायकों ने अपने अतिरिक्त वोट कांग्रेस व राकांपा के उम्मीदवारों को हस्तांतरित करने से इनकार कर दिया है। पार्टी के विधायकों ने इस बारे में शीर्ष नेतृत्व को भी जानकारी दे दी है। हालांकि, शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व की ओर से अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं किया गया है।
पार्टी के एक विधायक ने बताया कि शिवसेना के विधायक राज्यसभा चुनाव के बाद से सतर्क हैं। हम पहले की तरह झटका नहीं खाना चाहते। दरअसल, शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार संजय पवार पहले दौर में आगे चल रहे थे। हालांकि, बाद में वह भाजपा उम्मीदवार से चुनाव हार गए।
चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने अपने-अपने विधायकों को मुंबई के होटलों में रुकवाया है। महाविकास अघाड़ी में शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के विधायक अलग-अलग होटलों में ठहराए गए हैं। वहीं भाजपा ने भी अपने विधायकों को एक होटल में रुकवाया है। इसके बाद से ही मतभेद की खबरें सामने आना शुरू हो गई थीं।
विधानपरिषद चुनाव के लिए महाराष्ट्र की 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार मैदान पर हैं। भाजपा ने यहां पांच उम्मीदवारों को नामित किया है तो शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा के दांव के बाद महाविकास अघाड़ी के लिए अपने सभी छह उम्मीदवारों को विधानपरिषद चुनाव जिताना एक चुनौती बन गया है।