सालभर बाद एक बार फिर से दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसान इकठ्ठा होने वाले हैं. एमएसपी की गारंटी को लेकर शुरू हुई किसानों की मशाल यात्रा 10 दिसंबर को बहादुरगढ़ की पुरानी बस स्टैंड पहुंचेगी. पुरानी बस स्टैंड से पंजाब , राजस्थान और हरियाणा के हजारों किसान पैदल मार्च कर टिकरी बॉर्डर के किसान धरनास्थल तक मशाल यात्रा लेकर जाएंगे और फिर वहां से नए आंदोलन का बिगुल भी बजाएंगे.
किसान नेता विकास सीसर ने बताया कि इस बार किसानों की मांग एमएसपी गारंटी कानून और सम्पूर्ण कर्जा माफी की है. 11 दिसंबर से किसानों ने दिल्ली बॉर्डर को छोड़ अपने घर और खेतों में वापसी शुरू कर दी थी. किसानों की घर वापसी का साल भी पूरा हो रहा है. 11 दिसंबर को भी टिकरी बॉर्डर से सटे बहादुरगढ़ में हजारों की संख्या में किसान इकठ्ठा होने जा रहे हैं.
टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन का संचालन कर चुके किसान संगठन इसका ऐलान कर चुके हैं. ऐसे में 10 और 11 दिसंबर को बहादुरगढ़ और टिकरी बॉर्डर पर हजारों किसानों की उपस्थिति सरकार की मुसीबत बढ़ा सकती है, क्योंकि किसान नेता किसानों से टिकरी बॉर्डर पहुंचने की अपील कर रहे हैं.
बता दें कि बीते वर्ष 11 दिसंबर से किसानों ने दिल्ली बॉर्डर को छोड़ अपने घर और खेतों में वापसी शुरू कर दी थी. किसानों की घर वापसी का साल भी पूरा हो गया है. 10 दिसंबर को भी टिकरी बॉर्डर से सटे बहादुरगढ़ में हजारों की संख्या में किसान इकठ्ठा होने जा रहे हैं.