: अंबाला
निकाय चुनावों में बीजेपी की करारी शिकस्त हुई है, जिसके बाद गुरुवार को अंबाला के बीजेपी विधायक असीम गोयल और बीजेपी की मेयर पद की प्रत्याशी वंदना शर्मा के पति और बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी हार का कारण बताया. हालांकि, पार्टी ने हार के पीछे की जो मुख्य वजह बताई उस पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि बीजेपी का मानना है कि 25, 26 और 27 दिसंबर की छुट्टी की वजह से बीजेपी के वोटर्स छुट्टी पर थे, इसलिए उसको वोटों पर असर पड़ा है. हालांकि, असीम गोयल ने माना कि किसान आंदोलन और बीजेपी के खिलाफ एकजुट विपक्ष से भी पार्टी को नुकसान पहुंचा है.
बता दें कि बुधवार को अंबाला निकाय चुनावों के नतीजों में बीजेपी को मेयर पद की सीट पर हार का सामना करना पड़ा है. वहीं, अंबाला में 20 पार्षद पदों पर भी सिर्फ 8 पर ही बीजेपी जीत पाई है. निकाय चुनावों में मिली इस हार के बाद गुरुवार को बीजेपी विधायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘पार्टी अपने स्तर पर हार पर मंथन करेगी, लेकिन फिलहाल बीजेपी के खिलाफ एक झंडे के नीचे इकट्ठा हुआ विपक्ष भी बीजेपी की हार का कारण रहा.’ विधायक ने कहा कि ‘आज विरोधी चाहते हैं कि पहले बीजेपी से निपट लें आपस में बाद में निपट लेंगे.’
वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने कहा कि 25, 26 और 27 दिसंबर की छुट्टी की वजह से सिर्फ बीजेपी का ही वोट बैंक शहर से बाहर घूमने गया था, जिसकी वजह से मतदान के प्रतिशत में भी कमी आई.
लेकिन पार्टी को दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन का दंश भी झेलना पड़ रहा है. गोयल ने भी माना कि किसान आंदोलन उनकी हार की वजह रहा है. उसके साथ-साथ जिला स्तरों पर भी बीजेपी के खिलाफ किसानों की नाराजगी भी अंबाला में बीजेपी की हार का कारण रही है.
हरियाणा में पार्टी के सहयोगी पार्टी को भी कम झटका नहीं लगा है. उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी हिसार के उकालना और रेवारी के धरुहेरा में अपने घर के मैदान में चुनाव हार गई है. बड़ी बात यह है कि विधानसभा चुनावों के अगले साल ही पार्टी को स्थानीय निकाय चुनावों में ऐसी हार का सामना करना पड़ रहा है.