भाजपा नेतृत्व शुक्रवार को जयपुर में देशभर के संगठन के साथ अगले दो साल के लिए पार्टी के चुनावी और संगठनात्मक रोड मैप को तैयार करेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की इस एक दिवसीय बैठक में हर राज्य के लिए अलग-अलग मिशन तैयार किए जाएंगे और उनको भावी कार्ययोजना सौंपी जाएगी। बैठक में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ पार्टी के सभी राज्यों के अध्यक्ष और संगठन महामंत्री भी हिस्सा लेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की यह अहम बैठक उस समय हो रही है जब पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इस बीच पार्टी को लगभग एक दर्जन राज्यों के विधानसभा चुनाव भी लड़ने हैं, जिनमें पांच राज्यों में उसकी अपनी सरकारों वाले और विरोधी खेमे के राज्य शामिल हैं।
हाल में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद पार्टी अब आगे की रणनीति को तैयार करने और उसे जमीन पर उतारने के लिए जयपुर में समीक्षा के साथ भावी कार्ययोजना को भी अंतिम रूप देगी। यही वजह है कि सभी प्रदेशों के अध्यक्षों और संगठन महामंत्रियों को भी बैठक के लिए बुलाया गया है।
पदाधिकारियों की बैठक के अगले दिन 21 मई को देशभर के राज्यों के संगठन महामंत्रियों की बैठक होगी। इसमें हर राज्य की संगठनात्मक स्थिति की समीक्षा के साथ उनको नए निर्देशों के साथ बूथ से लेकर राज्य स्तर तक संगठन को पूरी तरह तैयार करने के लिए किया जाएगा। संगठन महामंत्री संगठन की पूरी रिपोर्ट पेश करेंगे। कहां पर दिक्कतें हैं और उनको किस तरह से दूर किया जाना जरूरी है, इस पर भी चर्चा होगी।
बैठक में प्रदेश अध्यक्षों की रिपोर्ट भी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि उसमें विभिन्न राज्यों की राजनीतिक स्थिति का ब्यौरा सामने रखा जाएगा। इसके अलावा संगठनात्मक गतिविधियों की जानकारी भी दी जाएगी। खासकर जहां सरकारें हैं वहां पर सत्ता और संगठन के बीच समन्वय को लेकर रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होगी।
राजस्थान के चुनाव पर नजर
आमतौर पर पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में होती है, लेकिन कुछ खास रणनीति वजह से इसे बाहर भी किया जाता है। जयपुर में बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले साल के आखिर में वहां पर विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में पार्टी में काफी विवाद भी हैं। इस बैठक से केंद्रीय नेतृत्व राज्य के नेताओं को एकजुट करने और वहां पर कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश भी देगी।
बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री के भाषण में भावी कार्य यजना को लेकर पार्टी नेतृत्व को मार्गदर्शन किया जाएगा, जिस पर प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री कार्य योजना तैयार कर अपने-अपने राज्यों में जाएंगे।
जयपुर के बाद हो सकते हैं कुछ बदलाव
सूत्रों के अनुसार, जयपुर बैठक के बाद पार्टी संगठन में केंद्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक जरूरी बदलाव भी किए जाएंगे। ताकि दोनों जगहों पर मजबूत टीमों को तैनात किया जाए, जो भावी कार्य योजना को पूरी क्षमता के साथ अमल में लाएं और अगले दो साल तक किसी तरह की बदलाव की जरूरत न पड़े।
गौरतलब है कि पिछले माह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और संघ के प्रमुख नेताओं के बीच हुई एक बैठक में विभिन्न मुद्दों पर मंथन किया गया था। इसके बाद ही राष्ट्रीय पदाधिकारियों की इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है।