हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि राजस्थान और पंजाब के बाद प्रदेश में टिड्डी दल के आगमन के चलते सतर्कता बरतते हुए अलर्ट जारी किया गया है और टिड्डी दल नियंत्रण एवं सूचना के लिए सुपरविजन टीमें गठित की गई है तथा टिड्डी दल को रोकने के लिए प्रयुक्त होने वाली कीटनाशकों को 50 प्रतिशत सबसिडी पर किसानों को उपलब्ध करवाये जाने का निर्णय लिया गया है।
कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों का निरीक्षण करें और टिड्डी दिखने पर तत्काल स्थानीय कृषि विकास अधिकारी, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र या उप कृषि निदेशक व कंट्रोल रूम को सूचना दें और टिड्डी दल को खेत में आने से रोकने के लिए खेतों में तेज आवाज करने के उपकरणों की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए किसानों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। जरूरत के हिसाब से दवाओं की व्यवस्था की जा रही है। किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है। टिड्डी दिखने पर कंट्रोल रूम को सूचना अवश्य दें।
उन्होंने कहा कि हैफेड, हरियाणा कृषि उद्योग निगम, हरियाणा बीज विकास निगम और हरियाणा भूमि सुधार विकास निगम के माध्यम से टिड्डी के नियंत्रण के लिए क्लोरपायरीफॉस 20 प्रतिशत ईसी और क्लोरपायरीफॉस 50 प्रतिशत ईसी के स्टॉक की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है, ताकि किसानों को 50 प्रतिशत सबसिडी पर उपलब्ध करवाई जा सके। इसके अलावा, किसान बेंडियोकार्ब, डेलटामीथ्रिन, फिप्रोनिल, लैंब्डा और मैलाथिऑन कीटनाशक दवाईयों का भी प्रयोग कर सकते हैं।
श्री जे पी दलाल ने कहा कि राजस्थान व पंजाब सीमावर्ती जिला सिरसा, फतेहाबाद, हिसार के अलावा भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व चरखी दादरी जिलों व आसपास के क्षेत्र में पूर्व तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर 18001802117 पर भी किसानों को टिड्डी दल से बचाव बारे जानकारी दी जा रही है। साथ ही चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा भी किसान जागरूकता एवं बचाव संबंधी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।